हाँ,
हमें आज बीस-पच्चीस रुपये की सब्जी के साथ कुछ धनिया-मिर्च मुफ्त नहीं मिल रहा है.
हाँ, आज हमें पेट्रोल, डीजल मुफ्त के भाव नहीं मिल रहा है. हाँ, आज हमें बहुत सी
चीजें आज से कुछ वर्षों के पहले की तुलना में महंगी मिल रही हैं. इसके बाद भी बहुत
से लोगों को आज की स्थिति पर गर्व भी हो रहा होगा. ऐसे लोगों में एक हम भी हैं.
अमेरिका में हाउडी मोदी कार्यक्रम में जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का
स्वागत हुआ, श्रोताओं-दर्शकों द्वारा जिस तरह से उत्साह दिखाया गया वह अद्भुत है.
संभव है कि बहुत से लोगों को इससे कुछ लेना-देना न हो. ऐसा इसलिए क्योंकि उनके लिए
राजनीति का अर्थ, अस्मिता के लिए गली-कूचे की स्थिति ही है, स्वार्थ की स्थिति ही
है. आज जब प्रधानमंत्री मंच से संबोधन दे रहे थे उस समय वहाँ के लोगों का उत्साह
दर्शा रहा था कि देश अब वैश्विक स्थिति बना पाने में सफल हुआ है. ऐसा इसलिए भी कहा
जा सकता है क्योंकि अभी हाल में केंद्र सरकार द्वारा धारा 370 पर लिए गए निर्णय का समूचे विश्व ने मौन रूप में समर्थन किया है. जिस विकास
की बात बराबर केंद्र सरकार द्वारा कही जाती रही है, आज उस पर वैश्विक समुदाय ने
अपनी मुहर लगाई है.
मोदी
जी के नेतृत्व में देश लगातार अपनी वैश्विक स्थिति को मजबूत करता जा रहा है, यह
अपने आपमें प्रशंसनीय है.
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