इसे संयोग ही कहा जाएगा.
आज रविवार अवकाश के चलते बहुत दिनों से इधर-उधर बिखरे पड़े पेन-पेन्सिल को इकठ्ठा,
साफ़-सफाई के कार्यक्रम में लगे थे. सोच
भी रहे थे कि आज एक पोस्ट लगाईं जाये फाउंटेन पेन पर.
अभी देखा तो जानकारी
हुई कि आज, 30 मार्च को राष्ट्रीय
पेन्सिल दिवस है. बस, इस अवसर पर
अपनी ही कुछ पेंसिलों के साथ....
(पेन की तरह पेंसिलों
के शौक ने बहुत सारी पेन्सिल भी इकठ्ठा करवा रखी हैं. जो खजाने में बंद हैं,
उन पेंसिलों से परिचय फिर किसी दिन...)
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