15 मार्च 2025

दस पृष्ठ की पुस्तक पढ़ने में लगेंगे लगभग बीस करोड़ वर्ष





जो चित्र आप इस पोस्ट में देख रहे हैं, वे एक पुस्तक के हैं. यह एक ऐसी पुस्तक है जिसके बारे में अकाट्य तथ्य है कि कोई भी इंसान अपनी पूरी ज़िंदगी में इसे पूरा नहीं पढ़ सकता है. ये बात अपने आपमें एक आश्चर्य है और उससे बड़ा आश्चर्य ये है कि इस पुस्तक में मात्र 10 पृष्ठ हैं. आपको भी ये जानकार निश्चित ही आश्चर्य हुआ होगा.

 

यह कोई आश्चर्य नहीं, कोई काल्पनिकता नहीं, कोई जादू नहीं और न ही किसी और दुनिया की बात है. सन 1960 में फ्रेंच लेखक रेयमों क्वेनो (Raymond Queneau) ने दुनिया की सबसे कम पृष्ठ की मगर सबसे लम्बी पुस्तक इस संसार के सामने प्रस्तुत की. इस पुस्तक का नाम है Cent Mille Milliards De Poèmes अर्थात एक लाख अरब कविताएँ. मात्र दस पृष्ठों की इस पुस्तक के प्रत्येक पृष्ठ पर एक सॉनेट (Sonnet) छपा हुआ है. ये जानकर तो और भी अचम्भा लगा होगा कि मात्र दस सॉनेट को पूरी ज़िन्दगी में नहीं पढ़ा जा सकता. दरअसल सॉनेट की पंक्तियाँ एक ही तुकबंदी पर बनी हुई हैं और इसकी प्रत्येक पंक्ति को एक पट्टी (स्ट्रिप) में छापा गया है. ऐसा होने के कारण पुस्तक का पाठक अलग-अलग सॉनेट की पंक्तियों को आपस में मिलाकर नई कविताएँ बना सकते हैं.

 

पुस्तक की इस अनोखी संरचना के कारण कविता के कुल संभावित संयोजनों की संख्या 10¹⁴ यानी सौ लाख करोड़ (100 ट्रिलियन) बनती है. इसका सीधा सा अर्थ है कि इस पुस्तक में सौ लाख करोड़ अलग-अलग कविताएँ हैं. निश्चित है कि इतनी सारी सम्भावित कविताओं को पढ़ना किसी भी इंसान के लिए नामुमकिन है. यदि कोई व्यक्ति लगातार बिना खाए-पिए, सोए या कुछ और पढ़े बिना केवल यही पुस्तक पढ़ता रहे तब भी उसे सारी कविताएँ पढ़ने में लाखों साल लग जाएँगे. खुद क्वेनो ने कहा था कि अगर एक कविता पढ़ने में लगभग 45 सेकंड और अगली कविता तैयार करने में 15 सेकंड लगते हैं तो सारी संभावित कविताएँ पढ़ने में लगभग 20 करोड़ साल लगेंगे.

 

पुस्तक का मूल फ्रेंच संस्करण रॉबर्ट मैसिन द्वारा डिज़ाइन किया गया था. अंग्रेजी में दो पूर्ण अनुवाद प्रकाशित किए गए हैं जो जॉन क्रॉम्बी और स्टेनली चैपमैन द्वारा किए गए हैं. 1997 में एक फ्रांसीसी अदालत के फैसले ने क्यूनेउ एस्टेट और गैलिमार्ड प्रकाशन के विशेष नैतिक अधिकार का हवाला देते हुए इंटरनेट पर मूल कविता के प्रकाशन को गैरकानूनी घोषित कर दिया था.

 

इस पुस्तक का वीडियो यहाँ क्लिक करके देखा जा सकता है.  


उक्त जानकारी इंटरनेट, सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफ़ॉर्म से ली गई है. सभी का आभार.


1 टिप्पणी: