अबकी बार, सौवीं बार
प्रतिवर्ष चार बार रक्तदान का स्वयं से किया गया
वादा अभी तक निरंतरता, नियमितता
के साथ निभाया जा रहा है.
मार्च, जून, सितम्बर, दिसम्बर में
स्वयं से जुड़ी कुछ विशेष तारीखों पर रक्तदान करना होता है. विगत कुछ वर्षों से
नियति के चलते 10 जून को रक्तदान करने की नियमितता में कतिपय
कारणों से अवरोध आया लेकिन रक्तदान में अनियमितता नहीं आने देना था.
इसी कारण से रानी लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस, 18 जून 2024 को
रक्तदान का शतक पूरा किया. यह रक्तदान रानी झाँसी के साथ-साथ हमारी पारिवरिक सदस्य
श्वेता को समर्पित.
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