इसके लिए किसी भी विद्यार्थी द्वारा उसके चुने
पाठ्यक्रम के क्रेडिट और उस पाठ्यक्रम में प्राप्त अंकों के द्वारा जीपीए निकाला
जाता है. इस आकलन करने वाली प्रक्रिया में दो टर्म मुख्य रूप से प्रयोग में लायी
जाती हैं. एक है अर्जित अंक (Point
Earned - PE) और दूसरी है सुरक्षित अंक (Point Secured - PS).
Point Earned (PE) को निकालने के लिए विद्यार्थी द्वारा किसी
पाठ्यक्रम में निर्धारित पूर्णांक 100 में से प्राप्त अंकों को 10 से विभाजित
(PE = प्राप्तांक ÷ 10) किया जाता है. इसके बाद Point Secured (PS) को निकालने के लिए
किसी पाठ्यक्रम के लिए निकाले गए PE में उस पाठ्यक्रम के
क्रेडिट से गुणा (PS = PE x क्रेडिट) कर दिया जाता है.
उदाहरण के लिए मान लीजिये कि किसी पाठ्यक्रम क्रेडिट
हैं 04 और पूर्णांक 100 हैं. इस पाठ्यक्रम में किसी विद्यार्थी के 70 अंक आये. अब PE = प्राप्तांक ÷ 10 फ़ॉर्मूला लगाने पर PE = 70 ÷
10 = 7. अब PS निकालने के लिए PS = PE x क्रेडिट फ़ॉर्मूला के अनुसार PS = 7 x 4 = 28. यह एक
पाठ्यक्रम का Point Secured है. इसी तरह उस विद्यार्थी के
सभी पाठ्यक्रमों का PS निकालने के बाद जीपीए निकालने के लिए
सभी PS के योग में सभी क्रेडिट के योग का भाग देना होता अर्थात
GPA = Total of Point Secured ÷ Total of Credit. इस तरह
किसी विद्यार्थी के एक सेमेस्टर का जीपीए ज्ञात हो जाता. सीजीपीए निकालने के लिए
एक-एक सेमेस्टर के जीपीए और क्रेडिट के गुणनफल के योग को सभी क्रेडिट के योग से
विभाजित किया जाता है. माना कि तीन सेमेस्टर का सीजीपीए निकालना है. प्रत्येक
सेमेस्टर में 20 क्रेडिट हैं. ऐसी स्थिति में Sem 1 क्रेडिट
x GPA + Sem 2 क्रेडिट x GPA + Sem 3 क्रेडिट
x GPA के योग को तीनों सेमेस्टर के कुल क्रेडिट से विभाजित करने पर
सीजीपीए प्राप्त होता है.
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