02 जनवरी 2021

सपनीली राह पर हकीकत के कदम

कोरोनाकाल का संकट झेलते-देखते हुए आखिरकार लोगों के सामने नया साल 2021 आ ही गया. वैसे भी उसे अपने समय से आना ही था मगर जिस तरह से लोगों में कोरोना का भय पैदा किया गया, मौत के आँकड़ों के सहारे जिस तरह से लोगों के बीच डर का माहौल बनाया गया उसके बाद से लोग जल्द से जल्द वर्ष 2020 के जाने की बात करने लगे. यह समय के हाथों में ही रहता है अन्यथा लोग मई-जून में ही वर्ष 2020 को समाप्त करवा कर वर्ष 2021 को ला देते. इस आये हुए नए साल में क्या-क्या सुखद छिपा है, क्या-क्या दुखद छिपा है यह तो तभी मालूम चल सकेगा जबकि यह साल अपने परदे हटाएगा मगर फिलहाल उसकी आहट सुखद खबर के साथ हुई है. कोरोना की वैक्सीन आने की खबर मिली.


वैक्सीन के बारे में, उसके परीक्षण, उसके परिणाम पर चर्चा उनके लिए जो इस बारे में बड़ी तन्मयता से अपनी नजर लगाए हैं. इस बारे में अभी कुछ कहना-बताना उचित भी नहीं क्योंकि अभी इसके निश्चित परिणाम के बारे में कोई खबर भी नहीं. नए साल के हमारे पहले दो दिन सामान्य रूप में वैसे ही निकले जैसे कि पिछले साल के निकले थे. कोरोना का, लॉकडाउन का, अनलॉक का विशेष प्रभाव हमारी दिनचर्या पर नहीं पड़ा था, हाँ शाम का नियमित घूमना-फिरना बंद हो गया था.




नए साल में कभी भी किसी भी तरह से कोई संकल्प लेने का, कोई काम पूरा करने जैसा कोई काम कभी नहीं किया. अपनी तरफ से हमेशा यही प्रयास रहा कि कुछ न कुछ नया किया जाये मगर किसी काम को ही करने का संकल्प जैसा कुछ नहीं किया. इस बार विचार किया है (जो विगत साल-दो साल से विचार ही बना हुआ है) कि कुछ नया लिखा जाये. नया से मतलब कुछ अलग हटकर. पिछले काफी समय से जिस तरह से लेखन किया जा रहा है, वह अब मजा नहीं दे रहा है. पढ़ने का शौक तो ज्यों का त्यों बना हुआ है, लिखने का शौक भी ज्यों का त्यों बना हुआ है, यह सुखद है.


दिमाग दौड़ाते हैं कि किस तरह के विषयों पर लिखना है, कैसा लिखना है. लिखने के साथ-साथ कोशिश यही रहेगी कि वह सबको अधिक से अधिक पढ़ने को भी मिले. बीते वर्ष में किंडल संस्करण पर भी अपना लेखन ले गए, इस वर्ष उसको और विस्तार देने का प्रयास रहेगा. इसके साथ-साथ मित्रों के सहयोग से यदि पुस्तकों का प्रकाशन भी होता रहेगा तो उससे भी पीछे नहीं हटा जायेगा.


चलिए फिर, इंतजार करिए किसी नए विषय पर हमारा लिखा पढ़ने का. हम भी प्रयास करते हैं कुछ नया, अलग हटकर, कुछ विशेष आप सबको पढ़वाने का.

 

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वंदेमातरम्

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