अपेक्षाओं का अंत लगातार होती उपेक्षाओं के कारण हो जाता है. ये बहुत आवश्यक है आज के दौर में कि हम सभी एक-दूसरे की अपेक्षाओं को पूरा करते रहे, एक-दूसरे की अपेक्षाओं का सम्मान करते रहें. जैसी स्थितियाँ लगातार निर्मित हो रही हैं उनमें अब एक-दूसरे का सम्मान, एक-दूसरे के सहयोग की आवश्यकता अधिक पड़ने वाली है. इसलिए बजाय एक-दूसरे के साथ उपेक्षा का भाव दिखाए सबको एकसमान रूप में सम्मान देते हुए उनकी अपेक्षाओं को समझें और पूरा करने का प्रयास करें.
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#हिन्दी_ब्लॉगिंग
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