अंततः
लम्बे इंतजार के बाद भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनन्दन ने अपने देश की धरती
पर कदम रखा. दुश्मन के कब्जे में लगभग साठ घंटे बिताने के बाद उनकी स्वदेश वापसी
बहुत ही संदेहास्पद स्थिति में रही. पाकिस्तान द्वारा दो बार उनके भेजे जाने सम्बन्धी
समय में बदलाव किया गया. विंग कमांडर को भारत भेजे जाने से ठीक पहले पाकिस्तान
द्वारा उनका एक वीडियो बनाया गया. न केवल बनाया गया बल्कि पाकिस्तान द्वारा उस वीडियो
को अनेक कट लगाते हुए एडिट कर अपने मन-मुताबिक बनाया गया. इसे पाकिस्तान का तमाशा
ही कहा जायेगा कि विंग कमांडर के वाघा बॉर्डर पहुँचने से पहले ही उस एडिट वीडियो
को पाकिस्तानी मीडिया में ज़ारी भी कर दिया गया. इस वीडियो में विंग कमांडर पाकिस्तानी
फ़ौज की तारीफ करते और भारतीय मीडिया की बुराई करते दिखाए गए हैं. सोचने वाली बात है
कि जो व्यक्ति दुश्मन देश में पकड़े जाने पर, उसकी गिरफ्त में बैठे होने के बाद भी हर
बात पर I am not supposed to tell you that कह रहा हो वो व्यक्ति अपने देश लौटने के ठीक पहले ऐसा क्यों बोलेगा? स्पष्ट है कि इस वीडियो को पाकिस्तान ने अपने लिए बनाया है. भले ही
पाकिस्तान इस वीडियो का अंतर्राष्ट्रीय मंच पर कहीं भी प्रयोग करे मगर यह सभी
स्पष्ट रूप से जानते-समझते हैं कि ऐसे वीडियो किस मनोदशा में बनाये जाते हैं. जिस
तरह के कट उस पूरे वीडियो में दिखाई देते हैं वह भी पाकिस्तान की मानसिकता को
उजागर करता है.
इस
वीडियो के सन्दर्भ में दो बातें बहुत स्पष्ट दिख रही हैं. एक तो इसमें बहुत से कट
हैं. जिससे लग रहा है कि विंग कमांडर के कहे गए कई-कई वाक्यों को काट-काट कर,
जोड़-जोड़ कर वाक्य बनाये गए हैं. दूसरा, अभिनन्दन के पाकिस्तान द्वारा पकड़े जाने के
बाद जो दो वीडियो बने उसमें ज्यादातर बातचीत अंग्रेजी में है, जबकि ये अंतिम
वीडियो में लगभग सारी बात हिन्दी में है. साफ़ है कि एडिट करने की सहजता के कारण
ऐसा करवाया गया होगा. पाकिस्तान विंग कमांडर को भारत भेजने से लेकर इस वीडियो तक
की कहानी को वैश्विक समुदाय के सामने अपने हिसाब से प्रस्तुत करेगा. देश में तो
इमरान को शांतिदूत घोषित किया ही जाने लगा है. मानवतावादी भी बताया जाने लगा है.
युद्ध न करने जैसी मानसिकता रखने वाला बताया जाने लगा है. ऐसे में इस वीडियो के
द्वारा पाकिस्तान यही सिद्ध करने की कोशिश करेगा कि पाकिस्तानी फ़ौज सही है और भारत
में उसकी मीडिया द्वारा पाकिस्तानी आतंकवाद की खबरें प्रसारित की जाती हैं. वैसे
यह भी तय है कि इस वीडियो का बहुत व्यापक प्रभाव अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान
के पक्ष में नहीं होने वाला है क्योंकि अभिनन्दन की भारत भेजने की प्रक्रिया में
अनावश्यक देरी ने पाकिस्तान के चाल-चरित्र पर सवालिया निशान लगा ही दिए हैं.
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