तुमसे ही ताकत हम सबकी,
तुमसे ही हिम्मत हम सबकी.
जीवन को जीना सिखा दिया,
तुम जान बने हो हम सबकी.
सुख-दुःख सीखें हँसना तुमसे,
खुशियों को तुमसे ख़ुशी मिले,
धरती, सूरज, चंदा तारे सब,
रोशन होना तुमसे सीख रहे,
खिलना है सबको सिखा दिया,
तुम आन बने हो हम सबकी.
खुद में खुद का विश्वास अटल,
है स्वाभिमान का अतुलित बल,
जिजीविषा तुम्हारी बन उभरी,
संयम, साहस और धैर्य प्रबल,
ह्रदय में सबको बसा लिया,
तुम जान बने हो हम सबकी.
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कुमारेन्द्र किशोरीमहेन्द्र
19-01-2019
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