आज इस ब्लॉग के
पंद्रह वर्ष हो गए. इस ब्लॉग के क्या, ब्लॉगिंग करते हुए ही पंद्रह वर्ष बीत गए. इन पंद्रह वर्षों में जीवन के
उतार-चढ़ाव तो देखे ही, ब्लॉगिंग जगत के भी जबरदस्त उतार-चढ़ाव
देखे. बहुत से मित्रों ने माइक्रो-ब्लॉगिंग के नाम से चलने वाले मंचों पर अपनी
उपस्थिति बना ली, कुछ मित्र अभी भी यहीं सक्रिय हैं. हमने भी
अपनी सक्रियता यहाँ बनाये रखी, उसका कारण ये रहा कि विगत कुछ
समय से माइक्रो-ब्लॉगिंग के तमाम मंचों पर संवाद की स्थिति,
विमर्श की स्थिति में जबरदस्त गिरावट आई है. यदि नाम लेकर कहा जाये तो फेसबुक पर, ट्विटर पर अब उस तरह की सामग्री, उस तरह का विमर्श
देखने को नहीं मिलता है, जैसा कि कभी हुआ करता था.
इंटरनेट की दुनिया
में जब ऑरकुट, फेसबुक
आदि का चलन बढ़ा तो इस तरफ भी हाथ आजमाए. जैसा अनुभव ब्लॉगिंग के आरंभिक दिनों में
मिला था, वैसा ही अनुभव यहाँ भी हुआ. खैर अभी बात ब्लॉगिंग
की, जहाँ एक तरफ हम आज भी सीखने की अवस्था में हैं, वहीं हमारी सक्रियता देखते हुए बहुत से लोग उसी आरंभिक दौर में हमसे
सीखने के लिए प्रयासरत थे. जितना संभव हुआ करता, हम सीखते और
उनको भी सिखाते. ये बात है सन 2008 के बाद की. उस समय
ब्लॉगिंग पर बहुत सारे सामूहिक ब्लॉग हुआ करते थे. खुद को अधिक से अधिक लोगों तक
पहुँचाने की लालसा में बहुत सारे सामूहिक ब्लॉग से जुड़ना भी हुआ. इसी क्रम में
बहुत से अच्छे लोगों से जुड़ना हुआ तो बहुत से बुरे लोग भी जुड़े. बहुत से लोग ऐसे
भी जुड़े जो किसी भी समय मदद करने को, ब्लॉग सम्बन्धी समस्या
का समाधान करने को तत्पर रहते. इसी तरह कुछ लोग ऐसे जुड़े,
जिनकी मानसिकता में कुछ लोगों के ब्लॉग की रेटिंग को कम करवाना, उस पर पाठकों का कम से कम पहुँचना हो, ये काम होता
था. बावजूद इसके भी ब्लॉगिंग की दुनिया से बहुत कुछ सकारात्मक सीखने को मिला.
शुरू के कुछ साल
ब्लॉग के माध्यम से वाकई ज्ञानार्जन के रूप में गुजरे. कालांतर में एक ऐसा
राजनैतिक दौर आया जिसने बहुत कुछ बदल दिया. उसी राजनैतिक बदलाव ने लोगों की विचारधारा
को सामने ला दिया. लम्बे समय से चले आ रहे राजनैतिक और ऐतिहासिक विभ्रम से पर्दा
हटा तो वर्षों के ब्लॉगिंग मित्र नाराज हो गए. ब्लॉगिंग के माध्यम से
माइक्रो-ब्लॉगिंग में आये ऐसे मित्रों ने ब्लॉग की जगह ब्लॉक करना शुरू कर दिया.
बहरहाल, आज पंद्रह साल बाद भी ब्लॉगिंग पहले
की तरह नियमित है. न केवल हम ब्लॉगिंग कर रहे हैं बल्कि नए लोगों को भी इसके लिए
प्रेरित कर रहे हैं. ये दुनिया कब तक रहेगी पता नहीं मगर जब तक रहेगी हम ब्लॉगिंग
करते रहेंगे, ब्लॉग-पोस्ट लिखते रहेंगे.
ब्लॉगिंग के पंद्रह वर्ष पूरे करने हेतु हार्दिक बधाई। सचमुच ये बड़ी उपलब्धि है। मेरा व्यक्तिगत रूप से मानना है कि वृहद लेखों के लिए ब्लॉग ही एक अच्छा माध्यम है। माइक्रो ब्लॉगिंग साइट्स इस मामले में सफल नहीं होती।
जवाब देंहटाएंलेखों की प्रतीक्षा रहेगी।