05 दिसंबर 2021

अपने अन्दर के खिलाड़ी को चहकते, उल्लासित होते देखा

जनपद जालौन रचनात्मकता में सदैव आगे रहा है. किसी न किसी रूप में यहाँ की रचनात्मकता सभी आयु वर्ग के माध्यम से चारों तरफ बिखरती रहती है. संस्कृति, साहित्य, कला, संगीत, लेखन, अध्यापन, अध्ययन, पत्रकारिता, खेलकूद, राजनीति, समाज सेवा, व्यापार आदि कोई भी क्षेत्र क्यों न रहा हो यहाँ के सभी नागरिकों ने उसमें रचनात्मकता का परिचय दिया है. ऐसा नहीं कहा जा सकता कि इस रचनात्मकता में बुजुर्ग आगे रहते हैं या फिर युवा. ये भी नहीं कहा जा सकता कि महिलाएँ आगे हैं या फिर पुरुष. इस बारे में भी कोई निश्चित मानदंड नहीं कि शहरी क्षेत्र के नागरिक आगे रहते हैं या फिर ग्रामीण क्षेत्र के. जनपद की किसी एक तहसील अथवा किसी एक स्थान को ही इसमें महारथ हासिल नहीं बल्कि जब जिसको अवसर मिलता है वह रचनात्मकता को प्रदर्शित कर देता है.


बहुत लम्बी समयावधि बाद ऐसा हुआ होगा जबकि लगभग दो वर्ष का समय बिना किसी सकारात्मक अभिव्यक्ति के गुजर गया. इसके पीछे एक तरफ कोरोना काल के समय लगाया गया लॉकडाउन तो था ही, दूसरी तरफ नागरिकों की सुरक्षा भी सर्वोच्च पायदान पर थी. हालाँकि देखा जाये तो इस कोरोना काल में भले ही साहित्यिक अथवा सांस्कृतिक रचनात्मकता देखने को न मिली हो मगर सामाजिक क्षेत्र में व्यापक रूप से सकारात्मकता देखने को मिली. बहरहाल, लम्बी समयावधि पश्चात् जनपद के एक सक्रिय युवा ने रचनात्मकता को सामने लाने की पहल की. इस पहल को आरम्भ में कुछ राजनैतिक रास्तों से गुजरना भले पड़ा हो मगर इस रचनात्मक पहल के द्वारा जनपद के युवा खिलाड़ियों में उत्साह देखने को मिल रहा है.




जनपद के सक्रिय युवा सुदामा दीक्षित द्वारा कालपी तहसील के अंतर्गत आटा कस्बे में ‘कालपी प्रीमियर लीग के द्वारा क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया जा रहा है. इस लीग में दिन के साथ-साथ रात को कृत्रिम दूधिया रौशनी में भी क्रिकेट मैचों का आयोजन किया जा रहा है. लगभग तीन सौ से अधिक क्रिकेट टीमों ने इसमें भाग लिया है. विशालकाय मैदान के बाहर चार बड़े-बड़े पोल के द्वारा आधिकारिक तरीके से फ्लड लाइट की स्थायी व्यवस्था करवाई गई है.





आज दिनांक, 05 दिसम्बर को हमें भी अपनी बिटिया अक्षयांशी के साथ इन मैचों को देखने का अवसर मिला. सोशल मीडिया के द्वारा इस आयोजन के बारे में वीडियो, चित्र आदि देखने को मिल जाते थे, उससे इसकी भव्यता के बारे में अंदाजा लग रहा था. आज जब स्वयं इसमें उपस्थित होकर देखा तो इस रचनात्मकता पर सुखद एहसास हुआ. एक मैच के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को सम्मानित करने का अवसर मिला. दूसरे मैच के लिए सहभागिता करने आई टीम के खिलाड़ियों को लीग से सम्बंधित ड्रेस प्रदान करने का मौका भी मिला. इसी के साथ-साथ बिटिया रानी को कृत्रिम दूधिया रौशनी में आरम्भ होने वाले एक मैच के लिए टॉस करने का अवसर देकर उसे भी खेल के प्रति, खिलाड़ियों के प्रति प्रोत्साहित किया गया. इस आयोजन में आज सहभागिता करके अपने कॉलेज के दिन याद आ गए. अपने अन्दर के खिलाड़ी को आज फिर चहकते, उल्लासित होते देखा. 


जनपद के एक छोटे से कस्बे में बड़ी सी रचनात्मकता सुखद माहौल में आगे बढ़ रही है. आसपास के ग्रामीण अंचलों के खिलाड़ियों में ऊर्जा भर रही है, उनको खेल के प्रति प्रोत्साहित कर रही है. इस आयोजन, कालपी प्रीमियर लीग (के.पी.एल.) के लिए सुदामा दीक्षित सहित उनके सभी सहयोगियों को शुभकामना, बधाई. 





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