08 जून 2021

मोबाइल से ऐसे की जा सकती है बेहतरीन फोटोग्राफी

किसी समय में फोटोग्राफी करना जटिल काम हुआ करता था साथ ही खर्चीला भी. तकनीकी विकास ने बहुत सारे उपकरणों का आविष्कार किया, उन्हीं में से एक आविष्कार डिजिटल कैमरा भी है. डिजिटल कैमरा आने के बाद रील की आवश्यकता नहीं रह गई. डिजिटल कैमरा से फोटो खींचते जाइए और चाहे जितनी फोटो खींचते जाइए. डिजिटल कैमरा फोटोग्राफी के क्षेत्र में एक उपयोगी उपकरण सिद्ध हुआ. इस उपयोगी साधन के आने से फोटोग्राफी सुगम हुई तो इसमें क्रांति लाने का काम मोबाइल ने किया. बेसिक फोन के विकल्प रूप में जन्मे मोबाइल कालांतर में फोटोग्राफी के लिए बेहतरीन ढंग से उपयोग किये जाने लगे. 


जो लोग फोटोग्राफी के शौक़ीन हैं उनके लिए मोबाइल फोटोग्राफी एक तरह की वरदान साबित हुई है. वे इस उपकरण से बेहतरीन फोटोग्राफी कर ले रहे हैं. शौकिया मोबाइल फोटोग्राफी करने वालों के सामने समस्या रहती है कि मोबाइल के द्वारा कैसे बेहतरीन फोटोग्राफी की जा सके. यद्यपि किसी भी मोबाइल कैमरे के रिजल्ट किसी भी कैमरे के जैसे नहीं हो सकते तथापि कुछ स्थितियों को ध्यान में रखते हुए फोटोग्राफी की जाये तो परिणाम बेहतर आ सकते हैं. इसके लिए किसी विशेष तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता नहीं है, बस कुछ सामान्य से कदम हैं जिनको अपनाये जाने के बाद फोटोग्राफी को बेहतर बनाया जा सकता है.




कैमरा हो मोबाइल, फोटोग्राफी के लिए लेंस का सर्वाधिक महत्त्व होता है. बेहतर फोटो के लिए आवश्यक है कि कैमरा लेंस साफ़ हो. चूँकि मोबाइल का उपयोग बातचीत के लिए होता ही है. हाथों में रहने के कारण पसीने से, उँगलियों के निशानों से, जेब में रखने के चलते अथवा किसी स्थान पर रखने के कारण लेंस पर निशान आ जाते हैं अथवा वह कुछ धुँधला हो जाता है. ऐसे में उस गंदे लेंस से फोटोग्राफी करने पर फोटो साफ़ नहीं आ सकती है. बेहतर हो कि जब भी फोटोग्राफी के लिए मोबाइल का उपयोग किया जाये, उसका कैमरा लेंस साफ़ कर लेने की आदत बना ली जाये.


मोबाइल फोन से फोटो खींचते समय इसका भी ध्यान रखा जाना चाहिए कि उसका फ्लैश कम से कम उपयोग में लाया जाये. चूँकि मोबाइल के फ्लैश बहुत अधिक पॉवरफुल नहीं होते हैं. ऐसे में वे अपेक्षित रौशनी तो दे नहीं पाते, जिससे फोटो की गुणवत्ता पर नकारात्मक असर पड़ता है. ऐसे में इसका भी ध्यान रखा जाये कि जब भी मोबाइल का इस्तेमाल फोटोग्राफी के लिए किया जाये यह जाँच लिया जाये कि फ्लैश ऑन तो नहीं है. हाँ, रात के समय, अँधेरे में, कम रौशनी में फोटोग्राफी करने के लिए फ्लैश का इस्तेमाल किया जा सकता है.




मोबाइल से फोटोग्राफी कर रहे हों अथवा कैमरा से एक बात विशेष रूप से ध्यान दिए जाने योग्य है कि आपके फोकस में क्या-क्या है. बहुत से लोग बिना फोकस में आने वाले ऑब्जेक्ट को देखे बस क्लिक, क्लिक करने में लग जाते हैं. बाद में देखने पर जानकारी होती है कि जिसका फोटो लिया जा रहा है, उसके साथ-साथ बहुत सी ऐसी चीजों की फोटो आ गई है ओ उस पूरी फोटो को बेकार बना दे रही है. ऐसे में फोटो खींचते समय जितना ध्यान इसका रखना है कि फोकस में क्या-क्या लाना है, उससे ज्यादा महत्त्वपूर्ण ये जान लेना है कि फोकस से बाहर क्या रखना है. अनावश्यक वस्तुओं को फोकस से बाहर रखने के बाद सिर्फ अपने ऑब्जेक्ट को ही केंद्र में रखते हुए फोटोग्राफी करेंगे तो बेहतर फोटो सामने आएगी.


दिन में या रात में फोटोग्राफी करते समय इसका ख्याल जरूर रखें कि आपके कैमरे पर, आपके ऑब्जेक्ट पर लाइट कहाँ से आ रही है, कैसी आ रही है. यदि बहुत ज्यादा रौशनी आपके द्वारा निर्धारित ऑब्जेक्ट के पीछे है तो बैकग्राउंड में बहुत ज्यादा सफेदी आने की सम्भावना है. इससे बैकग्राउंड में दिखने वाली तमाम चीजें लगभग गायब हो जायेंगीं. किसी भी फोटो में उसके बैकग्राउंड का बहुत प्रभाव पड़ता है, ऐसे में इसका ध्यान रखना चाहिए कि आपके ऑब्जेक्ट के पीछे बहुत तेज रौशनी न हो. यहाँ ध्यान रखें कि लाइट का जो भी माध्यम हो, जहाँ से लाइट आ रही हो उसे अपने पीछे कर लें. ऐसा करने के पीछे उद्देश्य यह हो कि लाइट सीधे आपके ऑब्जेक्ट पर न पड़े. यदि किसी व्यक्ति की फोटो ले रहे हों तो उसके चेहरे को सीधी रौशनी से बचाने का प्रयास करें. यदि व्यक्ति के चेहरे पर सीधी रौशनी पड़ती है फोटो में उसका रंग गहरा आने की सम्भावना है.


मोबाइल एक सीमित क्षमता वाला उपकरण है, जिसमें कैमरा को एक सीमित उपयोग के लिए बनाया गया है. ऐसे में बहुत सारी बाध्यताओं के साथ एक बाध्यता यह भी है कि मोबाइल कैमरे से फोटोग्राफी करते समय ज़ूम का उपयोग न के बराबर किया जाये. ज़ूम करके फोटोग्राफी करने से बेहतर है कि फोटो खींचने के बाद उसकी एडिटिंग करते समय अपनी फोटो में ऑब्जेक्ट को ज़ूम कर लें.  




इन बातों के साथ-साथ यह भी याद रखें कि वर्तमान में बेहतरीन फोटो के लिए जितना महत्त्वपूर्ण कैमरा है, लेंस है, कुछ सामान्य से नियम हैं उतना ही महत्त्वपूर्ण है खींची गई फोटो की एडिटिंग करना. फोटो को एडिट करने के कुछ बेसिक नियम हैं, उनको सीखकर भी आप अपनी फोटो को बेहतर बना सकते हैं. कुछ सॉफ्टवेयर भी हैं जो फोटो की एडिटिंग करने में सहायक होते हैं, आप उनका भी उपयोग कर सकते हैं.


डिजिटल फोटोग्राफी में एक सुविधा बेहतर फोटोग्राफी के लिए अत्यंत सहायक सिद्ध हुई है और वह है रील का न लगना. कैमरा हो अथवा मोबाइल, रील के न उपयोग होने से प्रति रील सीमित फोटो खींचने के बंधन से मुक्ति मिली. इसके साथ ही यह भी स्वतंत्रता मिली कि एक बार में किसी भी ऑब्जेक्ट की, किसी जगह की कितनी भी फोटो खींची जा सकती हैं. बाद में जो फोटो आपकी आशानुरूप हों उन्हें रखते हुए शेष सभी फोटो को डिलीट किया जा सकता है.


इन बातों के अलावा सबसे महत्त्वपूर्ण है फोटोग्राफी का अभ्यास. अधिक से अधिक फोटो खींचने का अभ्यास करें, उक्त बातों के अलावा भी फोटोग्राफी से सम्बंधित विधान जानने-सीखने का प्रयास करें, फोटो को बेहतर से बेहतर लाने के लिए लगातार फोटोग्राफी करें. फोटोग्राफी के शौक में अपने जूनून को शामिल कर दीजिये फिर देखिये एक न एक दिन आपकी फोटो बेहतरीन नजर आने लगेगी.


(मोबाइल से खींची गई कुछ फोटो)

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