कल, 02 मई को खबर मिली कि शिवम मिश्रा जी की तबियत ठीक नहीं है। ऑक्सीजन लेवल 80-84 पर घूम रहा है। इसके बाद कई मित्रों को फोन खटखटाए सहायता के लिए। पवन मिश्रा जी, अजय कुमार झा जी, कंचन सिंह चौहान जी, ललित कुमार जी, छोटे भाई सुनील चौहान ने पूरी तत्परता, सक्रियता दिखाई। राजनीतिक, प्रशासनिक स्तर पर अलग सक्रियता बनी हुई थी। उधर मैनपुरी में शिवम के परिजन अपने प्रयास कर रहे थे।
इस दौरान शिवम से लगातार फोन से बातचीत होती रही। बातचीत में हँसी, मजाक भी होता रहा। उनको लखनऊ ब्लॉगर सम्मेलन की उनकी एक बात याद दिलाई, जबकि भोजन के समय हाॅल में भीड़ थी तो शिवम बोले थे कि कहो तो कमर का एक ठुमका लगा कर भीड़ इधर-उधर कर दें?
कल उनसे यही कहा कि जल्दी एक ठुमका लगा कर ये बीमारी इधर-उधर कर दो।
शिवम जी की सक्रियता ब्लॉग पर, सोशल मीडिया पर लगातार बनी रहती है। उनकी ज़िन्दादिली और मित्रता निभाने का जज्बा बहुत सारे लोगों को उनका प्रशंसक बनाए है। इसी के चलते सोशल मीडिया पर भी लगातार उनके स्वास्थ्य को लेकर लोगों के मैसेज, फोन आ रहे थे। काफी देर से शिवम जी के हालचाल न लिए थे सो फोन करने के बजाय रात 12:15 पर मैसेज किया तो उन्होंने ये चित्र भेजा। ऑक्सीजन लेवल देख अपार खुशी हुई। ये स्थिति बिना ऑक्सीजन सिलेंडर के बनी हुई थी।
उसी समय उनके मैसेज "आप के ठुमके वाली बात की लाज रखनी थी" के साथ उनकी वीडियो काॅल आई। आवाज़ में वही पुरानी खनक, होंठों पर वही हँसी।
ब्लॉग संसार के ज़िन्दादिल, यारबाज व्यक्तित्व ने अपनी ज़िन्दादिली से खुद को सुरक्षित घेरे में पहुँचाया।
जो लोग किसी भी तरह से परेशान हैं, वे प्रेरणा ले सकते हैं शिवम मिश्रा से।
रात साढ़े बारह बजे वीडियो काॅल का स्क्रीनशॉट |
❤😍
वंदेमातरम्
मेरा बहादुर शेर बेटा, ज़िंदगी ज़िंदादिली का नाम है साबित कर दिया तुमने. जल्दी अच्छे हो कर आ जाओ बेटू जी!
जवाब देंहटाएंबधाई औऱ शुभकामनाएं ...
जवाब देंहटाएंशिवम् भाई फाइटर जेट हैं , बुलेटिन दौड़ाते रहे हैं। बहुत जल्द रवानी पर होंगे। भगवान् सब ठीक करेंगे। जीना इसी का नाम है
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