पिछले कई दिनों से यह फोटो इधर से उधर टहलने में लगी है. लोग बड़ी
मौज में इसे शेयर भी कर रहे हैं, उसी मौज में कमेंट भी किये जा
रहे हैं. सोचिये खुद के बारे में. कहाँ ले जा रहे हैं आप संबंधों को?
शादी या किसी अन्य कार्यक्रम में कार्ड का महत्त्व कितना है, सिर्फ
इतना ही न कि आपको-हमको जानकारी हो जाये. सूचना मिल जाए या इसके अलावा भी कुछ और?
अरे, यदि सूचना, जानकारी
ही चाहिए और वो आपको किसी भी माध्यम से मिले, समस्या क्या है?
हाँ, उसी तकनीकी माध्यम से गिफ्ट देकर आपने
अपनी मानसिकता ही दर्शायी है कि आपके लिए संबंधों-रिश्तों-दोस्ती के निर्वहन से ज्यादा
गिफ्ट का आदान-प्रदान करना है. यदि ऐसा न होता तो आप किसी भी माध्यम से मिली सूचना
पर उस कार्यक्रम में पहुँचते. जैसा कि इस चित्र में है, मित्र की शादी में अवश्य ही
पहुँचते. साफ़ है, कार्ड भेजने वाला भी आपकी मानसिकता को जानता-समझता होगा, तभी उसने उसी तरीके से भेज दिया होगा.
जो मित्र इस चित्र को मजाकिया लहजे में शेयर करने में लगे हैं,
वे तकनीक की गंभीरता को समझें. यही आने वाले समय का सशक्त माध्यम है. ऐसे नक्शेबाजी
पेलेंगे तो घर ही बैठे रहेंगे, अकेले, इसी आभासी संसार के आभासी,
फेक मित्रों के साथ. याद रखना.
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