इस लिंक को जरूर देखिये और साथ में देखिये पुत्रियों का जागरूक होना. उत्तर प्रदेश के जनपद जालौन में उरई में पुत्रियों ने अपने पिता का अंतिम संस्कार किया.
प्रदेश के अति बौद्धिक लोगों की दृष्टि में पिछड़े बुन्देलखण्ड के पिछड़े उरई में इस तरह की ये शायद चौथी घटना है जो पिछले एक साल के दौरान सामने आई है.
इन लड़कियों के और इनसे पहले की लड़कियों के द्वारा उठाये गए इस तरह के कदम से कथित महिला सशक्तिकरण वालों को और अभी-अभी बेशर्मी मोर्चा खोलने वालियों को कुछ सीखने को मिलेगा. देखा जाए तो इस तरह की घटनाओं को ही जागरूकता कहते हैं, महिला सशक्तिकरण कहते हैं.
http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20110806a_002155003&ileft=459&itop=589&zoomRatio=183&AN=20110806a_002155003
(विशेष==इस लिंक के क्लिक करने पर यदि लिख कर आये कि This Operation is not Allowed तो आप उसे OK कर दें. आवश्यक सामग्री दिखने लगेगी) लिंक एवं चित्र अमर उजाला से साभार ली गई है
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