जाटों के आरक्षण की मांग को लेकर चलते ट्रेन ट्रेक जाम से समस्या ही पैदा हो रही है. भले ही इससे उन्हें लाभ हो रहा हो या नहीं पर ये सत्य है कि आम आदमी को परेशानी हो रही है. उनके नेताओं की धमकी भरे स्वर हैं कि होली के बाद ये आन्दोलन और तेज़ होगा. ट्रेन के साथ-साथ सड़क यातायात को भी रोका जायेगा.
इस तरह से वे आम जनता की सहानुभूति तो नहीं ले सकेंगे. हमारी भी सहानुभूति उनके साथ नहीं है. हो सकता है कि बहुसंख्यक लोगों को हमारा विचार विध्वंसक लगे पर इतने लम्बे समय से देश के विकास को, आम जनता के हितों को जो बाधित किये है उसको सबक सिखा देना चाहिए।
पुलिस बल का प्रयोग हो...हम तो कहते हैं कि अब चला भी दो ट्रेन.........जो होता हो एक बार हो ही जाये. किसी भी मांग के लिए बार-बार हर किसी का ट्रेन रोकना तो बंद होगा.
चढ़ा दो ट्रेन अब ट्रेन ट्रेक बाधित करने वालों पर.....
100% sahmat hoon.. Happy Holi chacha ji..
जवाब देंहटाएंपूरी तरह असहमत. और भी रास्ते हो सकते हैं.
जवाब देंहटाएंपूरी तरह असहमत हूँ। यह हमारी सरकार की कानून और व्यवस्था की तथा राजनैतिक व्यवस्था की असफलता है। उस के लिए इतने सारे लोगों की जान लेने की सलाह देने वाला कोई जनरल डायर ही हो सकता है।
जवाब देंहटाएंकिसी को भी इस तरह के आन्दोलन में रेल यातायात को इतने लम्बे समय तक बाधित करने की छुट नहीं देनी चाहिए | इन्हें सख्ती से रेल मार्ग से हटा देना चाहिए |
जवाब देंहटाएंइस मामले में सख्त कानून बनाये जाने की आवश्यकता है
जवाब देंहटाएंकमेन्ट में लिंक कैसे जोड़ें?
होली के पर्व की अशेष मंगल कामनाएं।
जवाब देंहटाएंआइए इस शुभ अवसर पर वृक्षों को असामयिक मौत से बचाएं तथा अनजाने में होने वाले पाप से लोगों को अवगत कराएं।