01 जनवरी 2011

रजाई की गर्माहट में गुजारा नए साल का पहला दिन




आज वर्ष 2011 का पहला दिन, औरों का तो पता नहीं पर अपना दिन बहुत ही सुख के साथ गुजरा। कल रात से ही फोन और मोबाइल ने घनघनाना शुरू कर दिया था। लगातार आते बधाई और शुभकामना संदेश बता रहे थे कि लोग हमें याद भी रखते हैं।

चित्र गूगल छवियों से और कलाकारी अपनी है

देर रात वैसे तो जागने का विचार नहीं था किन्तु आदतन कम्प्यूटर से अपनी जान छुड़ाकर सोने से पहले टी0वी0 पर समाचारों को सूंघ लेने की आदत के चलते रिमोट से चैनल बदलते हुए एकाएक नजरों के सामने एक फिल्म टिक गई। सामने दृश्य कुछ इस तरह से आ रहे थे कि लगा कि बेहतरीन फिल्म होगी। अंग्रेजी फिल्म थी जो किसी विमान हाइजैक की घटना पर आधारित थी। फिल्म का देखना शुरू किया तो अन्त किये बिना न रुका जा सका।

सुबह अपनी आदत के अनुसार जल्दी जाग गये पर जल्दी उठे नहीं। लेटे-लेटे कल से ही शुरू हुई अच्छी-खासी सरदी का स्वाद लेते रहे। उठे, नित्यक्रिया से निपटने के बाद सोचा कि अब अपने लोगों को फोन, मोबाइल से ही मिल लें पर लगा कि इस बार के नये साल का पहला दिन कुछ अलग ढंग से मनाया जाये।

बस, यह सोच कर मोबाइल को किनारे रखा और बापस रजाई की गरमाहट का आनन्द लेने लगे। लोगों के आते फोन, एस0एम0एस0 को देखते-पढ़ते रहे। सारा दिन न तो कहीं मिलने के लिए निकले और न ही घर में किसी और काम में लगे।

रजाई के आनन्द का स्वर्गिक अनुभव लेते-लेते सायं के 6 बजे उठे और हाथ-मुह धोकर कम्प्यूटर के सामने जा टिके। तबसे मैसेज, मेल, लेखन आदि का दौर चल रहा है। इसी क्रम में आज अपनी छोटी बेटी का भी ब्लॉग शुरूकर दिया है। काफी समय से उसका ब्लॉग बनाने का मन कर रहा था पर फिर लगा कि नये वर्ष में एक यह काम भी नया कर दिया जाये। आप सभी का आशीर्वाद उसके लिए भी चाहिए है।

कल रविवार है। सरकारी तौर पर घोषित अवकाश का दिन पर कल एक कार्यक्रम में जाना है। कल अवकाश समाप्त करके कुछ बकाया काम निपटाये जायेंगे जो पिछले वर्ष अधूरे रह कर इस वर्ष साथ आ गये हैं। सार्थक रूप से लिखना भी कल से ही होगा।

पुनः नव वर्ष की शुभकामनाएं।


नए साल के पहले दिन की पहली पोस्ट

3 टिप्‍पणियां:

  1. बिटिया को लेखन में आनन्‍द आए यही शुभकामनाएं हैं।

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  2. अपको भी सपरिवार नये साल की हार्दिक शुभकामनायें। बिटिया को बहुत बहुत आशीर्वाद। देखते हैं उसका ब्लाग भी।

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