06 मार्च 2010

भारत रत्न के लिए सचिन से भी श्रेष्ठ व्यक्तित्व हैं इस देश में

सचिन के एकदिवसीय मैच में दोहरे शतक के रिकार्ड के बाद उनको भारत रत्न दिये जाने की माँग ने जोर पकड़ा है। स्वयं सचिन ने भी इसके लिए लगभग अपनी इच्छा जता दी है।

एक सवाल कि क्या देश में सचिन के अलावा कोई भी और ऐसा नहीं है जिसे देश के सर्वोच्च अलंकरण से नवाजा जा सके?

यदि किसी खिलाड़ी को ही भारत रत्न दिया जाना अनिवार्य प्रतीत होता है तो क्या राष्ट्रीय खेल हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचन्द इसके लिए सचिन से उपयुक्त नहीं हैं?


माना कि राष्ट्रीय खेल हाकी से अधिक महत्वपूर्ण क्रिकेट है तो क्या सुनील गावस्कर को अथवा कपिल देव को विस्मृ किया जा सकता है?

हाँ, यदि तमाम विवादों के बीच यह फिर एक और विवाद तथा राजनीति का विषय है तो कोई बात नहीं। ऐसी स्थिति में मल्लिका शेरावत का नाम भारत रत्न के सर्वाधिक उपयुक्त है जिसने देश के लोगों को कम से कम कपड़ों में जीने का सलीका सिखाया, तरीका भी सिखाया।
आप सब भी राय दें; विज्ञापन है न ‘‘दिखावे पर न जाओ, अपनी अकल लगाओ।’’

भारत रत्न पाने वालों की सोची यहाँ देखेँ

चित्र में भारत रत्न के अग्र और प्रष्ट भाग प्रदर्शित हैंचित्र साभार गूगल छवियों से लिए हैं
================================

1 टिप्पणी:

  1. कोक, पेप्सी, एडीडास, रॉयल बैंक ऑफ स्कॉट लेंड, एमआरएफ, बूस्ट, कॉलगेट, जेसे विदेशी ब्रांड की एड करने वालों को अगर भारत रत्न मिलने मे इतनी जल्द बाजी तो धिक्कार है उनको जो बिना बीवी बछों, एशों आराम के माँ भारती की तन मन से सेवा की और स्वदेशी के लिए सेवा की, भारतीय कंपनियो की सेवा की , वो भी 15- 20 वर्षो तक एसे भी है , लेकिन सचिन को बनाने वाली हमारी नपुसक मीडिया बहुत हद तक जिम्मेदार है इसके लिए जिम्मेदार है ? ये मानसिक दिवालियापन है की हमारे समाचार प्रष्ठों की शोभा ये पैसा देकर छा जाने वाले ये खिलाड़ी और अभिनेता है जो पैसा कमाने के लिए किसी भी हद तक हज सकते है, इस देश से स्वदेश मर चुका है और जगह ले ली है नपुसकता और मानसिक दिवलियेपन के रियालिटि ने ! क्या भारत रत्न का महत्व किसी खेल खेलने वाले के लिए है तो इस देश मे लोगो की भलाई करने वाले हजारो मिल जाएंगे, उनके लिए क्या पत्थर के रत्न भी मुनासिब होंगे ?

    जवाब देंहटाएं