महिला आरक्षण विधेयक के अन्दर आरक्षण की माँग को लेकर हंगामा करने की जरूरत नहीं है। देश ही आरक्षण के सहारे चल रहा है।
मुस्लिमों की बात हो रही है, दलित-पिछड़ों की बात हो रही है....... तो विवाद के बजाय आरक्षण हमें भी दे दो।
हम हिन्दू हैं हमें भी आरक्षण दे दो,
हम सिख हैं हमें भी आरक्षण दे दो,
हम ईसाई हैं हमें भी आरक्षण दे दो,
हम जैन, बौद्ध, पारसी आदि-आदि धर्मों के लोग हैं, हमें भी आरक्षण दे दो।
अरे! ये तो माँग महिलाओं की ओर से है, यही माँग पुरुष वर्ग भी कर रहा है। यादव-त्रयी आप लोग इस पर विचार करें और आरक्षण को संकुचित न बनायें।
आरक्षण को विस्तृत बनाकर उसे देश हित में लागू करें।
मुस्लिमों की बात हो रही है, दलित-पिछड़ों की बात हो रही है....... तो विवाद के बजाय आरक्षण हमें भी दे दो।
हम हिन्दू हैं हमें भी आरक्षण दे दो,
हम सिख हैं हमें भी आरक्षण दे दो,
हम ईसाई हैं हमें भी आरक्षण दे दो,
हम जैन, बौद्ध, पारसी आदि-आदि धर्मों के लोग हैं, हमें भी आरक्षण दे दो।
अरे! ये तो माँग महिलाओं की ओर से है, यही माँग पुरुष वर्ग भी कर रहा है। यादव-त्रयी आप लोग इस पर विचार करें और आरक्षण को संकुचित न बनायें।
आरक्षण को विस्तृत बनाकर उसे देश हित में लागू करें।
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