19 दिसंबर 2009

नींद इसी ‘तो’ ने उड़ा रखी है

‘कसाब बयान से पलटा’ इस खबर ने नींद ही उड़ा दी। मन में जो सवाल कसाब की गिरफ्तारी के समय से घुमड़ रहे थे वहीं आपके सामने---
‘‘क्या नौ आतंकवादियों को मार देने के बाद हमारे सैनिकों के पास एक गोली कसाब के लिए नहीं बची थी?’’
‘‘कसाब के द्वारा हम किन सबूतों को इकट्ठा करने की खोखली बातें कर रहे हैं?’’
‘‘यदि सबूत मिले भी और सभी सबूत पाक के खिलाफ हुए तब भी हमारी सरकार क्या करेगी?’’
‘‘किसी प्रकार वकीलों की जिरह और अदालत में प्रस्तुत किये सबूतों के आधार पर यदि कसाब छूट गया तो?’’

नींद इसी ‘तो’ ने उड़ा रखी है। सभी के सामने मय सबूतों के पकड़े गये अपराधी के साथ न्याय करने में हमारी व्यवस्थाओं की यह स्थिति है तो आम आदमी को मिलने वाले न्याय के बारे में सिर्फ सोचा जा सकता है।
नींद अभी भी उड़ी है कि कसाब बयान से पलटा और बच गया ‘तो’!!!!!
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चित्र साभार गूगल से लिया है

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