मंहगी होती दाल और सस्ते होते चिकन के कारण बहु-प्रचलितए लोकप्रिय मुहावरे ‘‘घर की मुर्गी दाल बराबर’’ को बदलने का मन करता है। अब यह मुहावरा इस प्रकार होना चाहिए---
‘‘घर की दाल मुर्गी बराबर’’
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कहिए सही है न!!!!
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चित्र गूगल से साभार
बिल्कुल सही है !!
जवाब देंहटाएंसही है ...!!
जवाब देंहटाएंसटीक है!!
जवाब देंहटाएंहमने एक नारा बनाया है
जवाब देंहटाएंसस्ता चिकन महंगी दाल
महंगाई ने खींची खाल ।