15 मई 2009

दो लाइन की पोस्ट - एक सवाल

फिरसे एक छोटा सा सवाल -

भारतीय जनता पार्टी से मीडिया को,

राजनैतिक दलों को इतनी इलर्जी क्यों है?

8 टिप्‍पणियां:

  1. iska jawaab yahaan hai:

    http://tapansharma.blogspot.com/2009/04/blog-post.html

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  2. ये मामला एक टिप्पणी से निपट जायेगा क्या? :-)

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  3. ये लो जी, आप तो एक सुपर-माइक्रो पोस्ट लिखकर अलग निकल लिये, लेकिन हमें टिप्पणी में कम से कम 5 पोस्ट लिखनी पड़ेंगी… इसलिये फ़िर कभी… :)

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  4. उसकी राष्ट्रवादी विचारधारा उनके हितों के आड़े आती है.

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  5. kyonki bhartiya janta party me sabse pahale bharat hai,bharat k baad janta hai aur aakhir me party hai...........is kram ko keval vahi pasand kar sakta hai,jo tan-man se poorna bhartiya ho jab ki media toh aaj kahane bhar ko bhartiya hai, inki bagdor toh bahurashtriya shktiyon k hath me hai aur anya rajneetik dalon ko bharat se kuch matalab nahi hai,unhen keval aur keval apna ghar dikhta hai

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  6. १६ तारीख के बाद पूछते तो कुछ यूँ लिखते:

    भारतीय जनता पार्टी से अधिकतर लोगों को इतनी इलर्जी क्यों है?

    :)

    -एक कांग्रेसी सिपाही!

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  7. आ गया जबाब जनता का.
    समीरानन्द स्वामी की भविष्यवाणी सच हो गई.

    सब भक्त बन जाओ अब उनके. :)

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