12 नवंबर 2018

स्टेच्यू ऑफ यूनिटी देखने आती संख्या सिद्ध कर रही सरदार पटेल का कद

गुजरात के नर्मदा जिले में विश्व की सबसे बड़ी प्रतिमा के रूप में स्टेच्यू ऑफ यूनिटी का निर्माण पूरा हुआ. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका अनावरण 31 अक्टूबर को किया. इसके निर्माण में लगी लगभग तीन हजार करोड़ से बनी यह प्रतिमा अब विश्व की सबसे बड़ी प्रतिमा के रूप में स्थापित है. इसके निर्माण के लिए जब घोषणा हुई थी, उसके बाद से लोकार्पण तक किसी न किसी रूप में इसको आलोचना का शिकार होना पड़ा. मोदी विरोधियों ने लगातार इसके निर्माण को धन का अपव्यय बताया. इसके साथ-साथ इस प्रतिमा के पक्ष में समर्थन देने वाले भी बहुत से लोग थे. जो लोग तथ्यात्मक रूप से पर्यटन की संभावनाएं देखते रहे हैं वे लगातार अपेक्षा जता रहे थे कि ये प्रतिमा पर्यटन का व्यापक केंद्र बनेगी ही साथ ही आय का स्त्रोत भी बनेगी.


इसी को ध्यान में रखते हुए प्रतिमा देखने के लिए टिकट की व्यवस्था की गई. जैसी कि अपेक्षा थी कि सरदार पटेल के व्यक्तित्व के कारण यह प्रतिमा लोगों के आकर्षण का केंद्र बनेगी वैसा हुआ भी. प्रशासन की तरफ से इस विशालकाय प्रतिमा को सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक देखा जा सकता है. पर्यटकों को 350 रुपए और 30 रुपए अलग से बस राइड के चुकाने होंगे. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी नाम से जाने जाने वाले सरदार पटेल की प्रतिमा की टिकट की ऑनलाइन बुकिंग होगी. इसके लिए राज्य सरकार ने https://soutickets.in नाम से वेबसाइट शुरू की है. कुल 380 रुपए में पर्यटक वैली ऑफ फ्लॉवर, मेमोरियल, म्यूजियम, सरदार सरोवर बांध और ऑडियो-वीडियो गैलरी देख सकेंगे. 31 अक्टूबर को प्रतिमा के लोकार्पण के अगले दिन से ही इसे जनता के लिए खोल दिया गया. प्रशासन द्वारा दिए गए आँकड़ों के अनुसार 1 नवंबर को कुल 27 सौ 37 लोगों पटेल की प्रतिमा देखने पहुंचे, जिनमें 24 सौ 97 वयस्क और 240 बच्चे थे. इनसे 5 लाख 46 हजार 50 रुपये के राजस्व की आमदनी हुई.2 नवंबर को कुल 22 सौ 99 लोग इस प्रतिमा देखने पहुंचे. इनमें 2 हजार 83 वयस्क और 206 बच्चे थे. इस दिन आए पर्यटकों से 4 लाख 7 हजार 6 सौ पचास रुपये प्राप्त हुए.

स्टेच्यू ऑफ यूनिटी को देखने के लिए हर रोज हजारों लोग पहुंच रहे हैं. अभी तक करीब 1.8 लाख लोग पटेल की प्रतिमा देख चुके हैं. इससे कुल मिलाकर लगभग 2.1 करोड़ रुपए की कमाई हो चुकी है. शनिवार, 10 नवम्बर को मात्र एक दिन में ही 27,000 लोग मूर्ति देखने पहुंचे. मूर्ति देखने के लिए लोगों की ऐसी भीड़ उमड़ी कि 10 किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम तक लग गया. दीपावली के दिन यहां 16 हजार पर्यटक आए थे, भाईदूज के दिन 20 हजार लोग पहुँचे. यह संख्या शनिवार को बढ़कर 27 हजार पहुंच गई. रविवार, 11 नवम्बर को 33,576 लोगों ने स्टेच्यू ऑफ यूनिटी को देखा. इसमें से सिर्फ 10,361 लोग ही गैलरी देख सके, क्योंकि गैलरी की क्षमता सिर्फ 5000 तक की है. इसी एक दिन में ही टिकट से 3362860 रुपए की कमाई हुई.

दर्शकों की यह संख्या उन लोगों के मुँह पर तमाचा ही है जो इस प्रतिमा पर हुए व्यय को अपव्यय बता रहे थे. प्रतिमा देखने आ रहे लोगों ने सरदार पटेल के व्यक्तित्व को सहज रूप में स्वीकार कर उनके कद के साथ न्याय ही किया है.

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