ये बहुत हो गया ड्रामा, अब ये सब नहीं चलेगा। हाँ जी, सही कह रहे हैं, जिसे देखो वो ब्लॉग के नाम पर तमाम तरह की एसोसिएशन बनाने निकल पड़ा है। अब ऐसा ज्यादा नहीं चलेगा। कोई वरिष्ठ के नाम पर तो कोई जूनियर के नाम पर, किसी ने किड्स एसोसिएशन बनाई है तो अभी-अभी हमारे जासूसों ने खबर दी कि ब्लॉगरों के कुत्तों ने भी एसोसिएशन बना ली है।
इस तरह की अवैध गतिविधियाँ समाज के लिए घातक हैं। कल को महिला एसोसिएशन बनेगी, वृद्ध एसोसिएशन बनेगी, टिप्पणीकर्ताओं की बनेगी तो गैर-टिप्पणीकर्ताओं की भी बन सकती है। लगाम न लगी तो अपने-अपने क्षेत्र के हिसाब से तो बनेगी ही, अपने समय और नाम के अनुसार भी एसोसिएशन बनने लगेगी। इसे तो रोकना ही होगा।
इधर सोचा उधर दिमाग ने काम करना शुरू कर दिया। अब जब सभी एसोसिएशन बना रहे हैं तो हमें कुछ अलग तो करना ही होगा। क्या करें, बस यही समझ नहीं आया। अचानक दिमाग की घंटी बजी (बिना कुछ खाये) कि जैसे समाज में कोई सोसायटी, संस्था, एसोसिएशन आदि बनाकर काम करना होता है तो उसका बाकायदे पंजीकरण करवाना होता है, पंजीकरण कार्यालय से।
कोई आठ-दस लोगों की समिति, एक नियमावली, संस्था, एसोसिएशन का उद्देश्य आदि के साथ कार्यालय की तमाम पत्रावलियाँ, दस्तावेज जमा करने होते हैं। इसके बाद रजिस्ट्रार के हस्ताक्षर से एक प्रमाण-पत्र मिल जाता है और एसोसिएशन का, संस्था का काम शुरू।
ब्लॉग पर एसोसिएशन बनाने वालों को पहली और अंतिम चेतावनी कि जल्द से जल्द अपनी एसोसिएशन का पंजीकरण ब्लागिया एसोसिएशन पंजीकरण कार्यालय में करवा लें अन्यथा सभी एसोसिएशन की मान्यता रद्द कर दी जायेगी। इस सम्बन्ध में किसी प्रकार की अदालती कार्यवाही भी मान्य नहीं होगी। इस चेतावनी न मानने वाले के ऊपर टिप्पणी करने और दूसरों की टिप्पणियों को पढ़कर सुनाने का दण्ड लगाया जायेगा। (वैसे हमें मालूम है कि ब्लागर किसी दण्ड से नहीं डरता है।)
समाज के चलन के मुताबिक इस पंजीकरण कार्यालय के आजीवन रजिस्ट्रार हम अर्थात कुमारेन्द्र सिंह सेंगर ही रहेंगे। एसोसिएशन बनाकर हंगामा काटने वाले और आगे इस तरह का विचार करने वाले अपनी नियमावली, उद्देश्य और समिति के सदस्यों के नाम, हस्ताक्षर सहित तथा पंजीकरण की फीस (जो एसोसिएशन की क्षमता लायक हो) जमा कर दे। इस हेतु अंतिम समय सीमा दिनांक 06 जून 2010 की मध्य रात्रि 11 बजकर 59 मिनट 59 सेकेण्ड तक है। इसके बाद अगली सूचना तक कोई भी पंजीकरण मान्य नहीं होगा क्योंकि रजिस्ट्रारसाहब ब्लॉग पर होने वाले दंगल की व्यवस्थाओं में लग जायेंगे।
जल्दी करो वरना......................(वरना कुछ भी नहीं.......वरना देर ही सही!!!!!)
अब ब्लाग जगत हिंदुस्तानी न्याय व्यवस्था का सहचर होगा
जवाब देंहटाएंe bhaiya kahe patar-patar kar rahe ho? kachhu kamdham nahin hai ka????
जवाब देंहटाएंlage hain bak-bak karne...
e bhaiya kahe patar-patar kar rahe ho? kachhu kamdham nahin hai ka????
जवाब देंहटाएंlage hain bak-bak karne...
मैं भी आता हूँ एक नाम सोचकर कोई... :)
जवाब देंहटाएं@anonymous
जवाब देंहटाएंबेटा बेनामीदास पहले अपना नामकरण करा के आओ.. वर्ना बुन्देलखंडीयों की पनहियाँ पड़ेंगीं तो और कुछ याद भी नहीं रहेगा..
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंpanhaiyan itni pakki nahin ki hamaara sir tod den.....
जवाब देंहटाएंabhi registration karwao...
waise ham ladne ke mood me nahin hain... ye to sabhi kar rahe hain.
panhaiyan itni pakki nahin ki hamaara sir tod den.....
जवाब देंहटाएंabhi registration karwao...
waise ham ladne ke mood me nahin hain... ye to sabhi kar rahe hain.
सर कोई नौकरी खाली हो ब्लागिया एसोसिएशन पंजीकरण कार्यालय में तो मैं हूँ ना.........................नहीं मेरा मतलब है कि मैं किसी भी एसोसिएशन में नहीं हूँ तो क्यों ना मैं यहाँ आ जाऊ आपका सहयोगी बन कर !
जवाब देंहटाएंकुछ रजिस्टर्ड कर दीजिये, पुरबिया यूनियन, पश्चिमी यूनियन, उत्तरी, दक्खनी, अल्पसंख्यक, बहुसंख्यक, ब्राहम्ण, कायस्थ, पिछड़ी, अगड़ी, दलित, अग्रवाल, पंजाबी, मिडिल एज्ड, वयोवृद्ध वगैरा...
जवाब देंहटाएंनर,किन्नर,गंधर्व,वानर-सब रजिस्टर्ड कर दिजिए।
जवाब देंहटाएं(स्मार्ट इंडियन जी की सूची में जोड़ा है)
जय बुंदेलखंद
जय छत्तीसगढ
आईये जाने ..... मन ही मंदिर है !
जवाब देंहटाएंआचार्य जी
आइए , आ जाइए , आ भी जाइए …
जवाब देंहटाएंसमय सीमा अभी शेष है
वाह मज़ेदार !
- राजेन्द्र स्वर्णकार
शस्वरं
सही खिंचाई की है आपने
जवाब देंहटाएंठीक कहा जी
जवाब देंहटाएंअभी दो दिन और 12 घंटे बाकी हैं, करवा लेंगें:-)
जवाब देंहटाएंप्रणाम
bhai aadhi rat ka smy to thik nhi hai angreji dasta smapt ho chuki hai
जवाब देंहटाएंab to suprbhat aur sury ast jan lo
ved vyathit
tum bhi dhamaka kiye rahte ho.....aadat nahin chhodoge??
जवाब देंहटाएंफीस देने की औकात होती तो मुफ्त ब्लोगिंग करते? आप भी सेंगर जी क्या खूब कहते हो?
जवाब देंहटाएंहमें बड़े बाबू रख लो!! :)
जवाब देंहटाएंpanjikaran karne ka zimma
जवाब देंहटाएंsh.benaamiji ko de do..