09 अगस्त 2020

कहीं फिर नारा न लगाना पड़ जाये

एक बात गाँठ बाँध लो, जहाँ बाँध पाओ. चुटिया में, धोती में या कहीं और. यदि वे खुलकर कह रहे हैं कि मंदिर गिरा देंगे तो इसके निहितार्थ समझो.


वे कह रह तो मतलब है कि करने की दम रख रहे, करने को अपने लोगों को एकजुट होने का आव्हान कर रहे और तुम सब क्या कर रहे

तुम सब किसी न किसी का इंतजार करने में लगे हो. चाहे वो आडवाणी जी हों, कल्याण सिंह हों, न्यायालय हो, मोदी-योगी हों. तुम्हारे करे-बूते कुछ नहीं.

ध्यान रखना यदि तुम सबकी इसी अति-सक्रियता में प्रदेश में सरकार बदल गई तो... तो फिर नारा लगाना,
रामलला हम आयेंगे, मंदिर वहीं बनायेंगे.


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#हिन्दी_ब्लॉगिंग

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