वैश्विक कूटनीतिक विमर्श का एक बेहद महत्वपूर्ण मंच बन चुके रायसीना डायलॉग 2024 का आयोजन इस बार 21-23 फरवरी तक होना है. इस आयोजन की
थीम चतुरंगा : विवाद, प्रतिस्पर्धा सहयोग व निर्माण है. इस आयोजन में 115 देशों के 2500 प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं. रायसीना डायलॉग में दुनिया
के कई देशों के विदेश मंत्री शिरकत करते हैं. इस बैठक का आयोजन विदेश मंत्रालय और ऑवसर्वर
रिसर्च फाउंडेशन (Observer Research Foundation) करता है. यह आयोजन रायसीना डायलॉग का नौवाँ संस्करण
है. यह भू-राजनीति और भू-अर्थशास्त्र पर भारत का प्रमुख सम्मेलन है, जो अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के सामने आने वाले
सबसे चुनौतीपूर्ण मुद्दों को संबोधित करने के लिए प्रतिबद्ध है.
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 21 फरवरी को संवाद का उद्घाटन करेंगे. ग्रीस
के प्रधानमंत्री हेलेनिक रिपब्लिक, महामहिम क्यारीकोस मित्सोटाकिस मुख्य अतिथि के रूप में उद्घाटन सत्र में शामिल होंगे.
इस आयोजन में 115 देशों के प्रतिनिधियों के रूप में मंत्री, पूर्व राष्ट्राध्यक्ष और सरकार के प्रमुख, सैन्य कमांडर, उद्योग के कप्तान, प्रौद्योगिकी नेता, शिक्षाविद, पत्रकार, रणनीतिक मामलों के
विद्वान, विशेषज्ञ आदि शामिल होंगे.
आयोजन के तीन दिनों के दौरान दुनिया भर के विचारशील नेता विभिन्न प्रारूपों में बातचीत
के माध्यम से एक-दूसरे से वार्ता करेंगे और अपने विचार साझा करेंगे.
इस कार्यक्रम का आयोजन विदेश मंत्रालय द्वारा किया जाता है. इसका मुख्यालय रायसीना
पहाड़ी (नई दिल्ली) पर स्थित है, जिसे साउथ ब्लॉक भी कहा जाता है. इसी कारण से इस सम्मेलन का नाम रायसीना डायलॉग
रखा गया है. वर्ष 2016 में इस सम्मेलन का आरम्भ हुआ था. एशिया रीजनल एंड ग्लोबल
कनेक्टिविटी थीम पर पहले सम्मेलन का आयोजन हुआ था.
वर्ष 2016 के बाद से प्रतिवर्ष इस सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है.
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